मेरी बकरी
एक बूढ़ी अम्मा अपनी तीन बकरियों को घर के बाहर सड़क किनारे बांध रही थी, दो बकरी बांध चुकी थी तीसरी बकरी जो अभी उम्र में छोटी ही थी वो सड़क पर उछल कूद करने लगी, तभी उस सड़क से एक स्कूटर वाला गुजरा तो उस की स्कूटर उस उछलती कूदती बकरी से टकरा गई, टक्कर लगने पर बकरी भी एक तरफ उछल कर खड़ी हो गई, स्कूटर वाला ने ये देख अपनी स्कूटर रोकली ये जानने के लिये कहीँ बकरी को चोट तो नहीं लगी, स्कूटर बकरी से क्या टकराई के अम्मा को गुस्सा आ गया और स्कूटर वाले पर चिल्लाने लगी, कि देखकर नहीं चला जाता, मेरे मासूम से बकरी के बच्चे को टक्कर मार कर क्या मिला तुझे?
इसे क्या मालूम सड़क पर कैसे चलना है, तुम तो इंसान हो, तुम्हें तो पता है ना, दूसरे ये तो अभी बच्चा है नादान है, तुम तो बड़े हो, समझदार हो, क्या तुम्हें इतनी भी समझ नहीं कि यह गली है, और यहाँ बच्चे भी खेलते है, आइन्दा अगर इधर से गूजरों तो ख्याल रहे कि इस गली में जैसे ही घूसों अपनी स्कूटर प्र बैठकर ना चलो, उससे नीचे उतर कर चलो, स्कूटर पर बैठ वाला आदमी बूढ़ी अम्मा की बातें सुनकर हैरान था, और सोच रहा था कि आखिर इस अम्मा को हुआ क्या है?
एक तो सड़क पर अपनी बकरियाँ बांध रही है दूसरे कुछ को खुला भी छोड़ रही है, बहाल इसमें मेरी क्या खता है, मैं तो आराम से स्कूटर पर चला जा रहा था, वह बकरी का बच्चा ही तो उछल कर मेरी स्कूटर के सामने आया, और वैसे भी मैं तो बहुत धीरे से स्कूटर चला रहा था, धीरे नहीं चलाता तो बकरी के बच्चे को बहुत चोट लगती, अगर सच में बकरी के बच्चे को चोट लग जाती तो ये बूढ़ी अम्मा पता नहीं मेरा क्या हाल करती,
एक दुकान वाला ये सब देख रहा था, वह दुकान से बाहर आकर स्कूटर वाले से बोला भाई साहब अम्मा की बात का बुरा मत मानना, कभी-कभी इनकी दिमागी हालत सही नहीं रहती, जब कभी भी इन्हे अपने लड़के की याद ज्यादा सताती है तभी इनकी ये हालत हो जाती है, इनका लड़का इन्हे छोड़कर चला गया है, ये सुनकर स्कूटर वाला स्कूटर खड़ी करके अम्मा के पास गया और बोला- अम्मा मैं ज़रा जल्दी में था इसलीए ये गलती हो गई, आइंदा ऐसा नहीं होगा, स्कूटर वाले की बात सुनकर बड़बड़ा रही अम्मा एक दम शान्त हो जाती है और स्कूटर वाले को प्यार से देखते हुए कहती है कि तुम मेरे बेटे जैसे दिखते हो,
स्कूटर वालों के शब्दों से अम्मा जैसे सारा गुस्सा ही भूल गई थी।
लेखक
तनवीर आलम
22-12-2002
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